tag:blogger.com,1999:blog-575969912833785596.post7850817323683214919..comments2024-02-07T18:55:59.720+05:30Comments on यही है ज़िंदगी: डलहौजी–बारिश में भीगा एक दिनDr. Brajesh Kumar Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05368113302282592221noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-575969912833785596.post-90855546626814029002017-08-17T22:22:05.088+05:302017-08-17T22:22:05.088+05:30हाँ जी उपन्यास पढ़ना भी ठीक है। मुझे भी यह ठीक लगत...हाँ जी उपन्यास पढ़ना भी ठीक है। मुझे भी यह ठीक लगता है लेकिन ट्रेन यात्रा में। बारिश की मस्ती तो बचपन की याद दिला देेती है।Dr. Brajesh Kumar Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05368113302282592221noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-575969912833785596.post-67921188886106860302017-08-15T08:45:07.213+05:302017-08-15T08:45:07.213+05:30बारिश का भी अपना अलग मज़ा है। ऐसे वक्त के लिए मैं अ...बारिश का भी अपना अलग मज़ा है। ऐसे वक्त के लिए मैं अपने पास हमेशा एक उपन्यास रखता हूँ। फिर कहीं बारिश हो जाए तो खिड़की के सामने बैठकर उपन्यास पढ़ते हुए और चाय चुसकते हुए बारिश का आनंद लेता हूँ। आपने भी बारिश का मज़ा खिड़की से लिया ये जानकर अच्छा लगा। बाद में डलहौजी भी घूम आये तो ये भी बढ़िया रहा।विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-575969912833785596.post-71817722415498487032017-08-14T09:40:39.057+05:302017-08-14T09:40:39.057+05:30बिल्कुल। इसीलिए शाम की रिमझिम बारिश में डलहौजी की ...बिल्कुल। इसीलिए शाम की रिमझिम बारिश में डलहौजी की सड़कों पर काफी देर तक टहलते रहे। बहुत मजा आया।Dr. Brajesh Kumar Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05368113302282592221noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-575969912833785596.post-12308047215176443122017-08-14T08:24:58.055+05:302017-08-14T08:24:58.055+05:30जी आप एक बार मन बना लेते की दिन भर भीग कर घूमना है...जी आप एक बार मन बना लेते की दिन भर भीग कर घूमना है उसके बाद आप महसूस करते की बारिश ज़िन्दगी में क्या कमाल कर सकती है...बारिश वो भी डलहौज़ी में सिर्फ किस्मत वाले घुमक्कड़ को ही मिलती है....बारिश को महसूस करोगे तो उसके साथ घूमने से जतद मजा कही नहीं मिलेगाPratik Gandhihttps://www.blogger.com/profile/07320868028206324587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-575969912833785596.post-90072548832845312782017-08-12T20:00:01.582+05:302017-08-12T20:00:01.582+05:30धन्यवाद भाई। वैसे मैंने बारिश का भी आनन्द लिया और ...धन्यवाद भाई। वैसे मैंने बारिश का भी आनन्द लिया और दिन को खराब नहीं होने दिया। डलहौजी की बारिश का अलग ही आनन्द है।Dr. Brajesh Kumar Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05368113302282592221noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-575969912833785596.post-36239929783105828502017-08-12T07:21:49.259+05:302017-08-12T07:21:49.259+05:30पहले तो डलहौजी के बारे में पूरे जानकरी है इस पोस्ट...पहले तो डलहौजी के बारे में पूरे जानकरी है इस पोस्ट में, फिर आपका पूरा दिन बरसात ने ख़राब कर दिया, श्रीमती जी ने सोकर और आपने दरवाजे पर खड़े होकर पहरा देते हुए पूरा दिन व्यतीत किया, बारिश ने आपका बेकार कर दिया, पर यदि आपकी जगह मैं होता तो मैं बारिश में ही बाहर निकल पड़ता, और जहाँ तक जा सकता था चल जाता, बरसात में घुमक्कड़ी तो और ज्यादा मज़ा देता है, मैं भरी बरसात में तुंगनाथ और चंद्रशिला चल गया। Abhyanand Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01204471317454601074noreply@blogger.com