Friday, February 3, 2023

बारहवाँ दिन– मनाली से तीर्थन वैली

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मनाली से बाहर निकलकर कुल्लू,भुंतर होते हुए मेरी बाइक मद्धम गति से बंजार की ओर बढ़ रही थी। मनाली की ऊँचाई समुद्रतल से लगभग 2000 मीटर है जबकि कुल्लू 1300 मीटर के आस–पास है। अतः मनाली के कुछ आगे तक तो ठीक था लेकिन कुल्लू पार करने के बाद सितम्बर की गर्मी धीरे–धीरे अपना रंग दिखा रही थी। दोपहर तक तो मेरे उत्तर प्रदेश के मैदानी भागों की तरह से गर्मी महसूस होने लगी। रास्ते में कुछ भूख महसूस हुई तो एक जगह जलेबियों का नाश्ता करना पड़ा। जैसा कि मैं पहले भी बता चुका हूँ,दिन की यात्रा में मैंने कभी भी इतना भरपेट भोजन नहीं किया था कि शरीर में आलस्य उत्पन्न हो।
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